पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। पंचांग को नित्य पढ़ने/सुनने से देवताओं की कृपा, कुंडली के ग्रहो के शुभ फल मिलते है। इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना पढ़ना चाहिए।
सूर्योदय: 05:49
सूर्यास्त: 19:02
चन्द्रोदय: 18:30
चन्द्रास्त: 29:24
पक्ष: शुक्ल पक्ष
तिथि: चतुर्दशी - 15:45 तक
नक्षत्र : श्रवण - पूर्ण रात्रि तक
सूर्य राशि: कर्क
चंद्र राशि: मकर
राहुकाल : 12:26 - 14:04 { नोट:- राहु काल में कोई भी काम करना वर्जित होता है। }
अभिजीतमुहूर्त: कोई नही
द्रिक अयन: दक्षिणायण
द्रिक ऋतु: वर्षा
वैदिक अयन: दक्षिणायण
वैदिक ऋतु: वर्षा
For Latest News Update of astroscience you can subscibe our Newsletter to stay tune with us
Comments