भारतीय गणतन्त्र में पर्व मनाने के पीछे कोई न कोई खास वजह जरूर होती है, फिर चाहे वो राष्ट्रीय पर्व हो या फिर सांस्कृतिक पर्व हो, सांस्कृतिक पर्वों का संबंध धर्म तथा संस्कृति से होता है, जैसे- होली, ईद, क्रिसमस आदि और राष्ट्रीय पर्व का संबंध सीधे राष्ट्र के इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठों से जुड़ा होता है, जिन्होंने राष्ट्र-निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई होती है l हमारे राष्ट्र मे मुख्य रूप से तीन राष्ट्रीय पर्व मनाए जाते है, जैसे कि स्वतन्त्रता दिवस(15, अगस्त), गणतन्त्र दिवस (26, जनवरी) और गांधी जयंती (2, अक्टूबर) l इसी दिन हमारे देश में संविधान लागू हुआ था और भारत गणराज्य घोषित किया गया था l अगर सही अर्थो में देखा जाए तो हम पूर्ण रूप से स्वतंत्र हुये थे l
गणतन्त्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार का संविधान लागू किया गया था। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता है और इसके बाद सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता है। गणतंत्र दिवस को पूरे देश में विशेष रूप से भारत की राजधानी दिल्ली में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है।
हमारा राष्ट्र विभिन्नताओं का देश है, फिर भी इन विभिन्नताओं में एकता कि झलक देखने हो मिलती है की हम सभी भारतीय है l अलग-अलग जातियों, अलग धर्मों , अलग वेश-भूषा व विभिन्न संप्रदाओं के लोग रहते है और इनके त्यौहार भी अलग-अलग है। ये त्यौहार इनके जीवन में नई खुशियाँ व नवचेतना के मार्ग का निर्माण भी करते है और ये सभी पर्व समस्त भारतीय जन-मानस को एकता के सूत्र में पिरोते रहते है। हमारे देश भारत को एशिया का सबसे बड़ा गणतंत्र होने का गौरव प्राप्त है l
भारत में सभी धर्म, संप्रदाय, क्षेत्र, जाति, समुदाय व वर्ग के लोग एकजुट होकर इस महापर्व को गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाते हैl भारत में विभिन्न समुदाय के लोगों का अपना-अपना अलग पर्व-त्यौहार है, किंतु गणतंत्र दिवस का महत्व उन सब में सर्वोपरि है, क्योंकि यह पर्व सदियों व वर्षो के संघर्ष और बलिदान के बाद सपना साकार होने का पर्व है l
भारत के इस 70वें गणतन्त्र दिवस को हम सब भारतीय हर वर्ष कि तरह इस वर्ष भी बड़े ही उत्सव के साथ मनाने जा रहे है, जिसमे इस वर्ष हमारे मुख्य अतिथि के रूप में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति “सायरिल रामापोसा” होंगे जो हमारे देश के लिए बहुत ही गर्व कि बात होगी l क्योकि इन्होने हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का मुख्य अतिथि के तौर पर आने का न्योता स्वीकार कर लिया है। गणतंत्र दिवस इतना खास इसलिए है क्योंकि इस दिन भारत एक गणतंत्र देश बन गया था। अब हम अपने स्वयं के संविधान के साथ एक सार्वभौम धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य है इस दिन विजय चौक से लाल किले की परेड गणतंत्र दिवस का एक महत्वपूर्ण समारोह है।
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(Updated Date & Time :- 2020-02-12 14:42:24 )
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