धार्मिक रूप से ग्रहण को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है और इस साल का अंतिम चन्द्रग्रहण दिनांक 18 सितंबर, 2024 बुधवार के दिन लगने जा रहा है। चन्द्र ग्रहण की घटना में पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है जिससे पृथ्वी की अल्प या पूर्ण छाया चंद्रमा पर पड़ती है यह घटना पूर्णिमा के दिन घटित होती है। एस्ट्रोसाइंस के इस ख़ास ब्लॉग में आप जानेंगे इस साल के आखिरी चंद्र ग्रहण के विषय में कुछ महत्वपूर्ण बातों को।
यह चंद्रग्रहण रहेगा आंशिक
भाद्रपद माह की शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि यानी 18 सितंबर सुबह 7:43 से चंद्र ग्रहण शुरू होगा और सुबह 8:46 पर समाप्त होगा और यह चंद्र ग्रहण आंशिक या अल्प चंद्र ग्रहण रहेगा, क्योंकि इस प्रक्रिया के दौरान चंद्रमा के केवल एक हिस्से पर पृथ्वी की छाया पड़ेगी जिससे चंद्रमा सुन्दर लाल रंग की छाया नज़र आएगी। सूर्य ग्रहण की तुलना में चन्द्र ग्रहण को आँखों से देखा जा सकता है।
भारत में नहीं दिखेगा चंद्र ग्रहण
क्योंकि इस चंद्र ग्रहण की अवधि सुबह शुरू होकर सुबह ही समाप्त हो जायेगी इस समय भारत में चन्द्रस्त की स्थिति होगी जिसके कारण यह आंशिक चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं पड़ेगा इसके चलते ग्रहण का सूतक काल भी नहीं माना जाएगा।
चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
इस आंशिक चंद्र ग्रहण के दौरान विभिन्न राशियों और उनके जातकों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ सकते हैं:
मेष राशि: ग्रहण के दौरान, मेष राशि के जातकों को अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता होगी। यह समय आत्म-निरीक्षण और आत्म-सुधार के लिए उपयुक्त है।
वृष राशि: वृष राशि के जातक इस ग्रहण के प्रभाव में अपने परिवार और रिश्तों पर ध्यान दें। यह समय संचार और समझौते को सुधारने का हो सकता है।
मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण नई योजनाओं और कार्यों की शुरुआत के लिए उपयुक्त हो सकता है। हालांकि, किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय से पहले दो बार सोचने की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों को इस ग्रहण के दौरान स्वास्थ्य और जीवनशैली पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। यह समय मानसिक और भावनात्मक पुनरावृत्ति का हो सकता है।
सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण सामाजिक जीवन और करियर पर प्रभाव डाल सकता है। यह समय नए संपर्क और अवसरों को स्वीकार करने का हो सकता है।
कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों को इस समय अपनी शिक्षा और आत्मविकास पर ध्यान देना चाहिए। यह समय ज्ञान प्राप्ति और नई क्षमताओं को विकसित करने का हो सकता है।
तुला राशि: तुला राशि के जातकों को अपने वित्तीय मामलों और व्यक्तिगत संबंधों पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है। यह समय संतुलन और समन्वय बनाए रखने का है।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों को अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं में स्थिरता बनाए रखने की आवश्यकता हो सकती है। यह समय आत्म-विश्लेषण और भावनात्मक नवीनीकरण का हो सकता है।
धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण यात्रा और नए अनुभवों के लिए शुभ हो सकता है। हालांकि, किसी भी यात्रा की योजना बनाने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
मकर राशि: मकर राशि के जातकों को अपने करियर और पेशेवर जीवन पर ध्यान देना चाहिए। यह समय अपनी योजनाओं की समीक्षा और संभावित सुधार करने का हो सकता है।
कुम्भ राशि: कुम्भ राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण सामाजिक संपर्क और सामुदायिक गतिविधियों पर ध्यान देने का समय हो सकता है। यह समय मित्रता और सहयोग को मजबूत करने का हो सकता है।
मीन राशि: मीन राशि के जातकों को अपनी भावनात्मक स्थिति और व्यक्तिगत विकास पर ध्यान देना चाहिए। यह समय आत्म-निरीक्षण और मानसिक स्पष्टता प्राप्त करने का हो सकता है।