गोविंदाका राशिफल :-
जन्म कुंडली में बैठे सातवे घर में शुक्र, शनि के मेल ने इन्हे एक मौज मस्ती भी प्रदान की तथा कला के क्षेत्र से व राजनीती क्षेत्र से जोड़ने का भी काम किया तथा गोविंदा की कुंडली में बैठे गुरु नवे घर में उन्हें एक अच्छा इन्सान व संस्कारों में रहने का काम करवाया और अपने गुरु भाई बन्धु व बड़े बुजुर्गों की प्रेरणा प्राप्त करते हुए आगे बढ़ाने का काम किया । साथ ही शनि की महादशा ने सन् 1994 से 2013 तक अधिक प्रभावित किया क्योकि इस दशा ने उनके अंदर चिड़चिड़ा स्वभाव उत्पन किया व पैसो का नुक्सान व माता पिता के सुखो में कमी का सामना करवाया।
परन्तु आज की दशा के अनुसार जोकि बुध की है सन् 2013 से 2030 तक उनके जीवन में रहेगी। यह दशा गोविंदा का स्वास्थ खराब व गुस्सा बढ़ाने का काम करेगी क्योकि बुध, मंगल, केतु का योग व्यक्ति को पेट व खून से सम्बंधित परेशानिया पैदा करेगा व हो सकता है कि बुआ, बहन, बेटी को अपने अपने जीवन में परेशानियां उत्पन्न करवाये। तथा यह दशा उनके स्वास्थ को लेकर अधिक प्रभावित करेगी और मामा परिवार में सुखो का सामना करवाएगी।