नीलम भी कोरोनडम जाति का रत्न है और इस का नीला रंग लोहे और टाइटेनियम तत्वों की देन है। नीलम का रंग हल्के नीले से गहरा नीला होता है और इसकी आभा या लस्टर इसका मुख्य आर्कषण होता है। ओवल या अंडाकार नीलम का सर्वोत्तम आकार माना जाता है। यह एक दुर्लभ रत्न है और इसलिए मंहगा भी होता है। नीलम शनि ग्रह का रत्न है जो की दीर्घायु, अपने से बड़ों, अनुशासन, अधिकार, महत्वकांक्षा, नेतृत्व, ईमानदारी, पूर्णता, विनम्रता, इनकार, देरी, दुख, विपरीत परिस्थितियों, दुर्घटनाओं, रूढ़िवाद और धर्म को दर्शाता है। शनि एक पृथकतावादी ग्रह है और जिस भाव या भावाधिपति पर अपना प्रभाव डालता है, जातक को उस से पृथक कर देता है। यही कारण है कि नीलम को जन्म कुंडली का यत्न पूर्वक विश्लेषण कर के ही पहनने को कहा जाता है। वृष, तुला, मकर और कुम्भ लग्न वाले व्यक्ति बेखटके नीलम पहन सकते हैं और इसके लिए ये पूर्णतया फलदायी होता है। अन्य लग्नों में नीलम शनि दशा में भी पहना जा सकता है पर बहुत सोच समझ के बाद। नीलम अपना अच्छा या बुरा प्रभाव तुंरत दिखा देता है इसलिए सावधानी आवश्यक है।