DHANTERAS POOJA: का दिन दीपोत्सव की शुरुआत माना जाता है, पंचदिवसीय त्यौहार दीपावली की शुरुआत इसी शुभ दिन से होती है। छोटी दिवाली से एक दिन पहले यह पूजा मनाई जाती है। दिवाली की शुरुआत करने वाले इस त्यौहार की अपनी भी अलग महत्वता है। सही पूजा विधि और उपासना कर आप माँ लक्ष्मी को प्रसन्न कर अपने जीवन को सुख-समृद्धि और धन-धान्य से भर सकते हैं, तो आइए जानते हैं इस लेख में कैसे करें माँ लक्ष्मी की पूजा। शुभ मुहूर्त से लेकर किस वस्तु की खरीदारी से मिलेंगे सकारात्मक परिणाम, इन सभी की सम्पूर्ण जानकारी आपको इस लेख में प्राप्त होगी।
धनतेरस पूजा का महत्व (Importance of Dhanteras Pooja)
हिंदू कैलेंडर के अनुसार धनतेरस पूजा कार्तिक महीने की त्रयोदशी तिथि को आती है। इस दिन को धन और स्वास्थ्य के देवता भगवान धन्वन्तरी की पूजा के रूप में मनाया जाता है। इसी के साथ धन और समृद्धि के देवता कुबेर भगवान की पूजा करने का भी विधान है। कथाओं के अनुसार इसी दिन समुद्र मंथन से अमृत कलश के साथ भगवान धन्वंतरी प्रकट हुए थे, इसलिए धनतेरस को खरीदारी के लिए भी शुभ दिन माना जाता है। विशेषतः सोना, चांदी और बर्तनों की खरीदारी के लिए यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि Dhanteras Pooja का यह दिन अत्यंत ही समृद्धि और वैभव से भरा हुआ होता है।
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कैसे करें धनतेरस पूजा? (How to Perform Dhanteras Pooja)
धनतेरस पूजा की विधि अत्यंत ही सरल है। पूजा के लिए बस आपके मन में श्रद्धा और भक्ति के साथ पवित्रता समाहित होनी चाहिए। तो आइए जानते हैं कि किस प्रकार करें धनतेरस पर पूजा आराधना जिससे मिलेगी आपको माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरी का आशीर्वाद:
1. स्नान और शुद्धि: पूजा से पहले सुबह या शाम स्नान करें। घर की सफाई करें और पूजा स्थल को साफ-सुथरा रखें।
2. पूजा स्थल की तैयारी: पूजा के लिए एक साफ स्थान पर चौकी बिछाएं और उस पर लाल या पीला वस्त्र बिछाएं।
3. धन्वंतरि और लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें: पूजा स्थल पर भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें। अगर भगवान धन्वंतरि की मूर्ति उपलब्ध नहीं है तो माँ लक्ष्मी के साथ देवी सरस्वती और भगवान गणेश जी की पूजा भी की जा सकती है।
4. घी का दीपक जलाएं: धनतेरस पूजा (Dhanteras Pooja) के दौरान एक घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे वातावरण शुद्ध होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
5. कलश स्थापना: तांबे या पीतल के कलश में जल भरकर उसमें आम के पत्ते, सुपारी और फूल डालें। इसे पूजा स्थल पर रखें।
6. पूजा सामग्री अर्पण करें: पूजा में चावल, कुमकुम, हल्दी, फूल, धूप और प्रसाद के रूप में मिठाई चढ़ाएं। विशेष रूप से चांदी या सोने का सिक्का देवी लक्ष्मी के चरणों में रखें।
7. मंत्र जाप और आरती: लक्ष्मी माता और भगवान धन्वंतरि के मंत्रों का जाप करें। फिर धनतेरस की आरती करें।
8. नैवेद्य (भोग): पूजा के अंत में घर के सभी सदस्य मिलकर प्रसाद ग्रहण करें और दीप जलाकर पूरे घर में घुमाएं।
धनतेरस पूजा कैसे करें? (How to Perform Dhanteras Pooja) उपरोक्त तथ्यों से आप जान गए होंगे कि धनतेरस पूजा विधि बेहद ही सरल है। मन में श्रद्धा भक्ति के साथ इन पूजा विधियों का पालन करने से आपको माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरी का आशीर्वाद प्राप्त होगा, साथ ही आपका घर धन-समृद्धि से सम्पूर्ण माना जाएगा। Vaastu Shastra Tips for Diwali Celebration
धनतेरस पूजा सामग्री (Dhanteras Pooja Items)
धनतेरस पूजा से पंचदिवसीय त्यौहार की शुरुआत होती है, जिसके कारण इस दिन सही विधि और सम्पूर्ण पूजा सामग्री के साथ पूजा करने से आपके सम्पूर्ण त्यौहार में शुभता और सकारात्मकता बनी रहती है। तो आइए जानते हैं धनतेरस पूजा में उपयोग होने वाली सामग्री इस प्रकार है:
1. देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की मूर्ति या चित्र
2. चांदी या सोने का सिक्का
3. तांबे या पीतल का कलश
4. आम के पत्ते और सुपारी
5. हल्दी, कुमकुम, चावल
6. घी और रूई के दीपक
7. धूप, अगरबत्ती
8. फल, मिठाई और प्रसाद
ध्यान रखें कि धनतेरस पूजा की सामग्री (Dhanteras Pooja Items) हमेशा शुद्ध होनी चाहिए और उसे श्रद्धा के साथ पूजा स्थल पर अर्पण किया जाना चाहिए। इन वस्तुओं के साथ पूजा करने से देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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धनतेरस पूजा का समय (Dhanteras Pooja Time, 2024)
धनतेरस पूजा के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। इस साल Dhanteras Pooja 2024 का सही समय इस प्रकार है:
1. तिथि: 29 अक्टूबर 2024
2. शुभ मुहूर्त: शाम 6:31 बजे से रात 8:13 बजे तक।
इस समय के दौरान पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है और इस समय पूजा करने से माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरी की विशेष कृपा बरसेगी, जो आपके घर-परिवार को सुख-समृद्धि प्रदान करेगी।
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धनतेरस पर क्या खरीदना है शुभ? (What is Auspicious to Buy on Dhanteras?)
धनतेरस पूजा पर सोना और चांदी खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके अतिरिक्त झाड़ू, बर्तन और घर के लिए जरूरत का सामान खरीदने का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन सोना या चांदी खरीदने से माँ लक्ष्मी का घर में वास होता है और उनका आशीर्वाद व सुख-समृद्धि घर-परिवार में बनी रहती है।
निष्कर्ष
हम आशा करते हैं कि धनतेरस पूजा 2024 के बारे में आपको इस लेख से सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी। धनतेरस पूजा का दिन बेहद ही शुभ और मान्यताओं से भरा होता है। माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरी की पूजा कर आप सुख-समृद्धि और वैभव की प्राप्ति कर सकते हैं। साथ ही दिवाली के पवित्र त्यौहार की शुरुआत का यह पहला दिन होता है, जो आपके पंचदिवसीय त्यौहार की शुरुआत को मंगलमय बनाता है। हम आशा करते हैं Dhanteras Pooja के दिन आपको माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो और सुख-समृद्धि आपके घर-परिवार पर बनी रहे।
इसी के साथ जी.डी वशिष्ठ ज्योतिष संस्थान की ओर से आप सभी को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं !
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न: धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
उत्तर: धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर 2024, को शाम 6:31 बजे से रात 8:13 बजे तक है।
प्रश्न: धनतेरस पर किसकी पूजा करनी चाहिए?
उत्तर: धनतेरस पर मुख्य रूप से माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरी की पूजा की जाती है। इनके साथ ही भगवान कुबेर ,माँ सरस्वतीं , माँ गौरी और भगवान गणेश जी की पूजा भी की जाती है जो धन-समृद्धि और खुशहाली के सूचक कहे जाते हैं।
प्रश्न: धनतेरस पर क्या खरीदना शुभ माना जाता है?
उत्तर: धनतेरस पूजा पर सोना, चांदी, आभूषण, बर्तन, और नई वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है। पंचदिवसीय त्यौहार के प्रथम त्यौहार Dhanteras Pooja के दिन खासकर चांदी या सोने का सिक्का खरीदने से लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त होती है और घर में धन-समृद्धि की वृद्धि होती हैं।